छारा हरियाणा के झज्जर जिले में स्थित एक बड़ा गाँव है, जो झज्जर और सांपला शहरों के बीच स्थित है। गांव में मुख्यरूप से दलाल जाटों की आबादी है कुछ घर ठाकरान जाटों के भी हैं 

1914-1919 पहले विश्वयुद्ध में इस गांव से भी बड़ी संख्या में लोग सेना में लड़ने के लिए गए थे उस समय इस गांव से कुल  306 सैनिक गए थे जिनमें से 24 वीरगति को प्राप्त हुए थे। 



गांव को सेना के साथ साथ खेलों के लिए भी जाना जाता हैं,खेलों में मुख्य रूप से पहलवानी के लिए दुनिया के नम्बर एक पहलवान दीपक पूनिया भी छारा गांव से हैं जोकि 2021 टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई भी कर चुके हैं और भारत को उनसे गोल्ड मैडल की काफी उम्मीदें हैं।

चीन के तांजुंग में एशियाई अंडर-15 कुश्ती चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहलवान चिराग दलाल भी इसी छारा गांव के निवासी है साथ ही दंगल में अपने खेल से सबका दिल जीतने वाले पहलवान भारत कुमार सुनील चोटीवाला भी इसी गांव से हैं, साथ ही बहुत सारे अन्य पहलवान इस गांव से पहलवानी में अपना दम दिखा रहें है।

चौधरी हरद्वारी लाल (दलाल) भी इसी गाँव के रहने वाले थे। हरद्वारी लाल लंबे समय तक पंजाब और हरियाणा दोनों में विधायक रहे, 1990-95 में रोहतक सीट से संसद सदस्य भी रहे।  वह राव बीरेंद्र सिंह की कैबिनेट में शिक्षा मंत्री थे। वह एक शिक्षाविद् थे और बाद में उन्हें महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, रोहतक के कुलपति के रूप में नियुक्त किया गया था।

चौ सुरिंदर सिंह दलाल(कमांडो) विधायक जो की दिल्ली कैंट 2013 और 2015 में आम आदमी पार्टी से विधायक चुने गए और उससे पहले भारतीय सेना में अपनी सेवाएं दी 26/11 मुम्बई हमले में भी हीरो बनकर उभरे और लोगों की जान बचाई थी 🙏